News India Full transcript: I am deeply in love with you, Radhe Maa tells VHP man

Full transcript: I am deeply in love with you, Radhe Maa tells VHP man

New Delhi:   A recent audio tape conversation between the controversial  god woman Radhe Maa  and a  former  office  bearer of Vishwa Hindu Parishad Surinder Mittal has surfaced which highlights a totally different side of the

 

(Please note India TV does not vouch for the authenticity of the audio clip. It's  Surinder Mittal who claims it to be voice of Radhe Maa)

 

सुरेंदर मित्तल - आप 3 बजे रात को क्यों फ़ोन करते हो रात को मुझे ?

राधे मां- क्योकि ना हम रात को जगते हैं..

सुरेंदर मित्तल - हैं?

राधे मां- हम रात को जगते हैं..हम नाइट बर्ड हैं.

सुरेंदर मित्तल - नाइट बर्ड हो तो मुझे क्यों जगाते हो ?

राधे मां- तुम्हारी कॉलर ट्यून सुनने के लिए

सुरेंदर मित्तल- अच्छा कॉलर ट्यून इतनी पसंद है तो अपने में फीड कर लो

राधे मां- हां मैं अभी इसे फीड कर लेती हूं

सुरेंदर मित्तल- हां करो फिर इसको

राधे मां-  हां

सुरेंदर मित्तल- तो इसे फीड कर लो ना..मुझे मत डिस्टर्ब मत किया करो

राधे मां- ठीक है, sorry नहीं करेंगे अब से

सुरेंदर मित्तल- नहीं नहीं ये तो कॉलर..प्रभु के भक्त कॉलर ट्यून सुनने के लिए रात को 3 बजे फोन नहीं करते

राधे मां- क्या ?

सुरेंदर मित्तल-  प्रभु के भक्त कॉलर ट्यून सुनने के लिए रात के 3 बजे फोन नहीं करते

राधे मां- क्योंकि प्रभु की भक्त हूं, माता का जागरण था

सुरेंदर मित्तल- अच्छा माता का जागरण करते ही उस समय कॉलर ट्यून भी याद आ जाती है..वैरी गुड

राधे मां- यस ..क्योंकि देखिए संगीत तो एक कला है
राधे मां- हम पागल नहीं है भईया, हमारा दिमाग खराब है (गाना)
क्योंकि देखो तुम्हारे साथ रहने के लिए हम हैं पागल..देखो पागलों को पागल ही मिलते हैं ना..तुम भी पागल..हम भी पागल..पागलों की टोली..पागलों की साथी..हा हा...(हंसते हुए)

सुरेंदर मित्तल- हूं ..सही बात है

राधे मां- तुम पागल हो, हम भी पागल, हम दोनों पागल एक जैसे लगते हैं

सुरेंदर मित्तल- हूं

राधे मां- देखो ये जितने भी वर्ल्ड के लोग हैं ये वॉयस सुनने के लिए पागल हैं और तुमं..तुम

सुरेंदर मित्तल- तभी तुम उनके सामने बोलती नहीं हो..बोलती क्यों बंद करके रखी हुई है अपनी

राधे मां- हां क्योंकि वो पागल हैं मेरी वॉयस सुनने के लिए , तुम वैसे ही पागल हो..और पागल के साथ तुम बात कर रहे हो..

सुरेंदर मित्तल- देखो कितने बदकिस्मत लोग हैं बेचारे वो उनको आवाज़ ही नहीं सुनती बेचारी की ..हैं
राधे मां- और तुम कितने खुशकिस्मत हो कि पागल..तुम पागल..तुम पागल (पागलपन )

सुरेंदर मित्तल-सच्ची में तुम मुझे, मुझे  देखो आवाज़ सुना रही हो और मै सुन नहीं रहा..सच्ची में बदकिस्मत हो..

राधे मां- तू पागल है..तू पागल है..तू पागल

सुरेंदर मित्तल- हा हा हा हा..(हंसते हुए )

राधे मां- मुझे इसिलिए तुमसे प्यार हुआ है क्योंकि तुम पागल हो...प्यार हुआ (गाते गुए)
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राधे मां- क्योंकि कृष्ण भगवान ने कहा कि अरे अर्जुन चाहे तू पत्थर मारे ..चाहे तू जूतियां मारे , चाहे कुछ भी करे लेकिन प्यार तो मुझे ही करता है ..क्योंकि तुम्हारे दिल दिमाग से मैं निकलती ही नहीं क्योंकि तुम मुझे लव करते हो..

सुरेंदर मित्तल- हूं..सही बात है

राधे मां- क्योंकि जो भक्त हैं वो तो फिर भी मुझे भूल जाते हैं  पर तुम तो दिन रात बीस बार तो मेरा फोटो देखते हो
सुरेंदर मित्तल- अच्छा
राधे मां- हां क्योंकि तुम मुझे लव करते हो

सुरेंदर मित्तल-  हां दस..बीस बार तुम्हारी फोटो देखता हूं मैं...कौन सी ?

राधे मां- गेस..गेस...फोटो मेरी यू ट्यूब की

सुरेंदर मित्तल- अच्छा यू ट्यूब की मैने तो देखी नहीं फोटो कहीं यू ट्यूब की

राधे मां- नहीं तुम दिन में दस-बारह बार मेरी फोटो देखते हो क्योकि तुम मुझे लव करते हो
सुरेंदर मित्तल- अच्छा..कितनी ज्ञानी हो तुम..वैरी गुड..सह बात है..

राधे मां-  यस..यस..ऑफकोर्स

सुरेंदर मित्तल- हूं

राधे मां- कर्योंकि तुम से ज्यादा मुझे कोई सल करता ही नहीं क्योकि तुम्हारे दिल दिमाग से मैं निकलती ही नहीं कभी भी
सुरेंदर मित्तल- सही बात है
राधे मां- बाकियों के तो निकल जाती हूं मै..

सुरेंदर मित्तल- सही बात है
राधे मां-अब तुम याद मुझे करते हो तो कॉल मुझे करना ही पड़ेगा..

सुरेंदर मित्तल- बिल्कुल सही
राधे मां-मै रात को ही फ्री होती हूं , क्योंकि दिन में कोई ना कोई मेरे पास होता है..

सुरेंदर मित्तल- हूं

राधे मां- तो बाकियों को तो नहीं बता सकती ना कि तुम मेरे से इतनी नफरत करते हो..

सुरेंदर मित्तल- क्यों..क्यों बताओ ना..

राधे मां- तुम मुझे लव करते हो

सुरेंदर मित्तल-तो बताओ ना सबको..सबको बताओ

राधे मां- क्योंकि मुझे पता है अल्टीमेटली तुम मेरे भक्त हो आना तो मरे पास ही है अगर में तुम्हारी इंसल्ट नहीं कर पाउंगी

सुरेंदर मित्तल- नही..नही...नहीं इंसल्ट करनी चाहिए ना

सुरिंदर मित्तल के मुताबिक राधे मां मुंह बंद रखने के लिए पहले पैसे का ऑफर देती थी...ना मानने पर धमकी भी देती थी और ब्लैकमेल भी करती थी... इंडिया टीवी को जो ऑडियो टेप सुरिंदर मित्तल ने दी है.. उसकी बातचीत से भी ऐसा ही दिखता है.. आप भी सुनिए उस बातचीत को.. देखिए दोनों के बीच क्या बातचीत हो रही है

सुरेंदर मित्तल- नहीं मैं तो बहुत बुरा हूं..आई एम वैरी बैड

राधे मां- सो नाइस...

सुरेंदर मित्तल- आई एम वैरी बैड

राधे मां- आईएम सो काइंड..सो क्यूट , सो नाइस, सो स्पेशल एंड यू आर माई लाइफ लाइन

सुरेंदर मित्तल- अच्छा मुझे एक बात बताओ..मुझे फोन क्यों करते हो आप बार- बार

राधे मां- बस मुझे तुमसे प्यार है, तुम बड़े अच्छे लगते हो मुझे..

सुरेंदर- अभी तो कहते हो कि तुम बुरे हो..अभी कहते हो कि अच्छे हो पता ही नहीं चलता तुम्हारा..

राधे मां- नहीं तुम अच्छे हो क्योंकि तुम मुझे रियलाइज करवाते हो कि मैं अच्छी नहीं हूं बुरी हूं..
सुरिंदर मित्तल- ओके..ओके..


राधे मां- जो तुम्हें कल काम करना है ना वो आज अभी करो

सुरेंदर मित्तल- चिंता मत करो..चिंता मत करो

राधे मां- जल्दी करो...जल्दी करो प्लीज

सुरेंदर मित्तल- करूंगा..तुम घबरा क्यों रही हो

मुझे फोन क्यों कर रही हो..मुझे धमकी दे रही हो..

राधे मां- धमकी मै क्यों दूंगी...धमकियां तो ब्लैक मेलर देते हैं...

सुरेंदर मित्तल- हां तो ब्लैकमेल ही ना कर रही हो तुम मुझे..मैं हराम की कमाई लूंगा तेरी

राधे मां- हराम की कमाई करता है तू

सुरेंदर मित्तल- तू करती है..मेरे पास तेरी एक एक रिकॉर्डिंग है सब सुनवाऊंगा लोगों को टीवी पर मैं देखना तू...मैं जूते नही मारता तरे जैसी के पैसे को ..

राधे मां- जो लेना ले लेगा तू ..मुझे मालूम है..तुझे ब्लैकमेल करके लेने हैं पैसे सीधे नहीं लेने 

 

राधें मां- कोई बात नहीं मैं चोर हूं...मैं बैगर हूं..मैं गरीब हूं...मैं तो इनकार नहीं करती कि मै नहीं बैगर हूं ..मैं बैगर हूं..

मैं दूसरों के घर बर्तन मांझ-मांझ के खाती हूं..कभी किसी के घर जाती हूं मांगने..कभी किसी के घर जाती हूं मांगने..

सुरेंदर मित्तल- हूं

राधे मां- तो मैं जाती हूं..भगवान ने मेरा जो  स्टेटस रखा है मैं उसी स्टेटस के साथ चलती हूं

सुरेंदर मित्तल- अच्छा

राधे मां- फगवाड़े में मुझे लोगों ने पत्थर मार के निकाला, जूतियां मार के निकाला..नो प्रोब्लम..

सुरेंदर मित्तल - हूं

राधे मां - मैं ईश्वर की रज़ा में ख़ुश हूं ... वो छल करता है मेरे साथ क्योंकि मैं उसको love करती हूं ...

सुरेंदर मित्तल - ओ हो..

राधे मां - तो मुझको उसका हर हुक्म मंज़ूर है, अगर तुम भी मुझे तुम कह रहे हो तो तुम्हारा कोई कसूर नहीं
सुरेंदर मित्तल- तू है ही तुम...तू क्या माता लगी है मेरे ऊपर...
राधे मां- यस मैं मानती भी नहीं मैं माता हूं ..मैं तो गरीब हूं

सुरेंदर मित्तल - बड़ी तगड़ी नौटंकी है भई, तू ड्रामेबाज़ बड़ी तगड़ी ... ड्रामेबाज़

राधे मां -  यस..मेरे जैसी नौटंकीबाज़...मेरे जैसी ग़रीब ... मेरे जैसी भिखारी ... मेरे जैसा दुखी तो है ही नहीं कोई

राधे मां - देखो जी सब प्रभु का है ...

सुरेंदर मित्तल - तुम्हारा है ही नहीं, लोगों को लूटती हो...लोगों को बांटती जाओ

राधे मां - देने वाला किसी की कोई औकात नहीं कि मुझे कुछ दे दे

सुरेंदर मित्तल - हां

राधे मां - मेहर होती है ये प्रभु की ... ईश्वर जिन पर कृपा करता है ... तो वो किसी को देते हैं ... किसी की औकात नहीं, किसी की जुर्रत नहीं कि मेरे सामने कुछ बोल दे ...कि मैंने उसे ये दिया है क्योंकि ये प्रभु का है ... प्रभु का पैसा प्रभु को देते हैं ... जो महीने का 40 लाख कमाते हैं ... वो भी मेरे चरणों में चढ़ाते हैं क्योंकि उन्होंने मेहनत की है ...

सुरेंदर मित्तल - बिल्कुल, बिल्कुल क्योंकि बहुत मेहनत की है ... बिल्कुल सही बात है ...

राधे मां - मेहनत, मैंने भी बहुत मेहनत की है ... 8-8 घंटे बैठ के ... 8-8 कमर को तकलीफ़ दी है ... इतना बैठ के बताओ तुम

सुरेंदर मित्तल - मैं बैठता हूं ... मैं बैठता हूं ... तुम चिंता मत करो ... मैं बैठता हूं ...

राधे मां - वाह.... काम कर दिया ... हा हा हा हा हा हा

सुरेंदर मित्तल - फालतू बकवास, फालतू बकवास नहीं करनी तू समझी न

राधे मां - मैं तो करुंगी ... बंदर-बंदर, बंदर-बंदर, बंदर ... देखो कितना इरिटेट हो रहा होगा...बंदर-बंदर जी...

 


सुरेंदर मित्तल - मैं तो मज़ा ले रहा हूं कि तुम्हारे भक्त कितने बेवकूफ़ है जो ऐसे तुम्हें पूजा करते हैं तुम्हारी...

राधे मां - आई एम प्योर एंड प्वॉयज़..आई एम प्योर एंड प्वॉयज़... मां हूं मैं

सुरेंदर- अच्छा प्योर एंड प्वॉयज़...क्या बात है..

राधे मां - मैं नहीं बोलती मेरा दिल नहीं करता

सुरेंदर- क्यों

राधे मां - सुनो न, सुनो न... ये बात है ... हां तो क्या कहें

सुरेंदर मित्तल - मुझे ये समझने की जरुरत नहीं, मुझे पता है ... मैं पूछ रहा हूं ... सुनो...सुनो...मेरी बात ... तू भक्तों को क्यूं नहीं प्रवचन करती ... भक्तों को प्रवचन दो न...

राधे मां - मेरा दिल नहीं करता

सुरेंदर मित्तल - क्यों

राधे मां - क्योंकि कितने सारे लोग होते हैं ... दो-ढाई हज़ार लोग होते हैं ... मुझे बोलना नहीं आता ... मैं शाई नेचर की हूं ... मैं शरमा जाती हूं ...

सुरेंदर मित्तल - ओए होए ... सच्ची कितनी शर्मीली है ...

राधे मां - तुम्हारी कसम...भगवान की कसम

सुरेंदर मित्तल - नहीं, नहीं ... सब पता है मुझे ... अपनी भाभी के गांव भी गई थी तुम काला जादू करने

राधे मां - हां, काला जादू तो ज़रुर दुनिया मुझे मारती ... मैं सबको मारने देती

सुरेंदर मित्तल - हां...हां

राधे मां -  मैं तो तुम्हारे जैसे से मार नहीं खाती

सुरेंदर मित्तल - हूं

राधे मां - काला जादू होता तो तुम्हारे जैसे से मार नहीं खाती ... ठीक है ... तुम्हारे जैसे

राधे मां- मैने बुरा क्या किया..बताओ..मैने पाप क्या किया..

सुरेंदर मित्तल- ना कोई पाप नहीं किया

राधे मां- बुरा क्या किया तेरा

सुरेंदर मित्तल- किसने बोला तुमने बुरा किया..तुम बहुत अच्छी हो

राधे मां- नहीं नहीं मैने बुरा क्या किया जो मेरे ससुराल वाले सारे मुझे माथा टेकते हैं मेरा हसबैंड मुझे माथा टेकता है मेरा शहर सारा माथा टेकता है गुरु मुझे मानता है

सुरेंदर मित्तल- अच्छा,,गुरु माथा टेकता है

राधे मां- यस ..मेरी रकॉर्डिंग देखो...आकर देखो

सुरेंदर मित्तल- नहीं मुझे क्या जरूरत है आकर देखने की

राधे मां- तो फिर तुम कहते क्या हो..मैं क्या बुरी हूं बताओ .बुरा क्या किया

सुरेंदर मित्तल- ना ना कोई बुरा नहीं कहता..तुम बहुत अच्छी हो

राधे मां- नहीं क्या बुरा किया मैने

सुरेंदर मित्तल- मातारानी देख रही है...मातारानी खुद इंसाफ करेगी..चिंता मत करो

सुरेंदर मित्तल-  मैने कहा मातारानी खुद इंसाफ करेगी तुम्हारा..चिंता मत करो

राधे मां- मैं चैलेंज करके कहती हूं कि मेरे साथ बड़े आए  हुए भी मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता..देखो जाको राखे साइयां

सुरेंदर मित्तल- सुनो ..सुनो-सुनो ये दोहे मुझे भी आते हैं ..ये अहंकार...सुनो..ये अहंकार

राधे मां- मैं तुम्हें श्राप देती हूं

सुरेंदर मित्तल- फिटे मुंह तेरे बांदरी तू श्राप देगी मेरे को...तू श्राप क्या देगी मेरे को ..तेरे को श्राप मातारानी देगी समझ गई ना.. तेरा हालत तो वो होगा लोगों को सामने
आसाराम से भी बुरी हालत होगी तेरी...जा तेरे को मैं बता रहा हूं आज नोट कर ले बात मेरी

राधे मां- आज मैं तुम्हें

सुरेंदर मित्तल - ओ...तू जा..तू श्राप क्या देगी मेरे को..तेरे पल्ले क्या है..तेरे पल्ले क्या है ..लोगों के सामने  बोल नहीं सकती तू..बड़ी फिरती है माता ..चल हट..बकवास ना कर फालतू

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